हा,मैं हिंदुत्व हूं!
मैं अनंतकाल में था,
मैं अभी भी हूं,
मैं कल भी रहूँगा।
हा, मैं हिंदुत्व हूं!
जिस धर्म में प्रभु राम ने जन्म लिया,
जिसका प्रसार भगवान कृष्ण ने किया,
ब्रह्मा विष्णु महेश जिसमें पूजे जाते हैं।
हा, मैं हिंदुत्व हूं!
मैं प्राचीन था,
मैं नविन भी हूं,
मैं समय चक्र का साक्षी हूं।
हा, मैं हिंदुत्व हूं!
मेरी सोच आध्यात्मिक है,
वैज्ञानिक सोच भी मैं रखता हूं,
समस्त ब्रह्माण्ड का ज्ञान है मुझमें।
हा, मैं हिन्दूत्व हूं!
मुझमें हैं भक्ति समायी,
शक्ति का मुझमे वास हैं,
अनमोल फलों से सुसज्जित मेरा इतिहास हैं।
हा, मैं हिंदुत्व हूं!
मैं सनातन हूं,
मैं सभी भी उगम स्थान हूं,
मैं दुनिया का केंद्रबिंदू हूं।
हा, मैं हिंदुत्व हूं!
